ब्रजेश पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931
इटावा। विश्व सर्प दिवस के अवसर पर गुरुवार को विचारपुरा स्थित कंपोजिट विद्यालय में संस्था ओशन (ऑर्गनाइजेशन फॉर कंजरवेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर) द्वारा एक विशेष सर्पदंश जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली बच्चों को सर्पों की पहचान और सर्पदंश से बचाव व उपचार के प्रति जागरूक करना था।
संस्था के जिला समन्वयक डॉ. पीयूष दीक्षित ने बच्चों को स्मार्ट टीवी के माध्यम से सर्पों की सरल पहचान कराई। वहीं वन्यजीव विशेषज्ञ व सर्पमित्र डॉ. आशीष त्रिपाठी ने कहा कि, “प्रदेश में सर्पदंश एक प्रमुख प्राकृतिक आपदा है, जिससे हर वर्ष हजारों किसान और श्रमिक प्रभावित होते हैं। सर्पदंश से होने वाली मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए जनजागरूकता बेहद जरूरी है। इटावा जनपद इस दिशा में एक मजबूत कदम उठा चुका है।”
उन्होंने बताया कि ओशन संस्था बीते कई वर्षों से न सिर्फ इटावा बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी सर्पदंश जागरूकता अभियान चला रही है। साथ ही विषैले सर्पों को सुरक्षित रेस्क्यू कर प्राकृतिक वास में पुनर्स्थापित किया जा रहा है—वह भी बिना किसी सरकारी सहायता के।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने न सिर्फ सांपों से जुड़ी जिज्ञासाओं को साझा किया, बल्कि यह भी संकल्प लिया कि वे किसी भी सांप को बिना वजह नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और सर्पदंश की स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराएंगे।
कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाएं शकीला बानो (प्र.अ.), सीमा शुक्ला, सोनी कुमारी, डॉ. पीयूष दीक्षित, सरिता, बेबी नसरीन, योगेन्द्र यादव, रश्मि द्विवेदी, सत्यवीर (शिक्षामित्र), संतोषी तिवारी सहित रसोइया रेखा देवी, रामा देवी व रहीसा बेगम भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने सर्पों के प्रति फैले अंधविश्वास को पूरी तरह नकारते हुए उन्हें प्रकृति का महत्वपूर्ण जीव मानते हुए उनकी रक्षा का संदेश दिया।