ब्रजेश पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931

तीर्थ यात्रियों को विश्व जैन संग़ठन ने माला पहनाकर मंगल यात्रा की कामना कर शिखर जी भेजा
इटावा। जैन समाज के प्रमुख पर्व दशलक्षण के समाप्त होने के बाद एक जत्था जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ सम्मेद शिखर जो कि झारखण्ड प्रदेश के गिरिडीह जनपद में नक्सली इलाके में है उसके लिये गुरुवार को रेल द्रारा रवाना हुआ। विश्व जैन संग़ठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन एवं मीडिया इंचार्ज नितिन जैन सहित अन्य पदाधिकारीयो ने जैन तीर्थयात्रियों को माला पहनाकर एवं तिलक वंदन कर रवाना किया। संग़ठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन ने बताया शिखरजी की परिक्रमा करते समय 16.777 मील (27 किमी) पैदल नंगे पैर पहाड़ पर चल कर बन्दना की जाती है। मधुबन से शिखर जी तक और वापस की पूरी परिक्रमा 57 किलोमीटर (35 मील) है। तीर्थ यात्रीयो का प्रतिनिधित्व राकेश कुमार जैन कर रहे हैं यात्रियों में धर्मचन्द्र जैन, समोद जैन, ओमप्रकाश जैन, रिंकल जैन, अरिहंत स्वरूप जैन आदि शामिल हैं। यह यात्री शिखर जी से बन्दना कर कलकत्ता में विराजे इटावा गौरव आचार्य प्रमुख सागर महाराज के दर्शन करते हुये उदयपुरी सहित आठ तीर्थ क्षेत्रों के दर्शन लाभ लेकर इटावा लौटेंगे।