कटरा/जम्मू, 27–28 अगस्त 2025: जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश ने मंगलवार दोपहर वैष्णो देवी तीर्थमार्ग पर बड़ा हादसा करा दिया। रेयासी ज़िले में कटरा से भवन के बीच पहाड़ी दरकने से मलबा गिरा और कई श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए। अलग-अलग रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 30 से 41 के बीच बताई गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हैं। तीर्थयात्रा को एहतियातन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
घटना के बाद NDRF, SDRF, सेना तथा पुलिस की टीमें राहत-बचाव में जुटीं। कई घंटे की खोजबीन के बाद शव निकाले गए और घायलों को कटरा व जम्मू के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मौसम विभाग ने अगले 24–48 घंटे में और तेज़ बारिश की चेतावनी दी है, इसलिए मार्ग पर ढलानों से पत्थर गिरने और दोबारा भूस्खलन का जोखिम बना हुआ है। प्रशासन ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा टालने और हेल्पलाइन अपडेट देखते रहने की अपील की है।
दुर्घटना केवल एक जगह तक सीमित नहीं रही। जम्मू क्षेत्र में तवी, चिनाब और बासंतर का स्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात बने; कई सड़कों पर यातायात बाधित है, संचार-बिजली ढांचा प्रभावित है और स्कूल-कॉलेज बंद रखने पड़े हैं। खराब मौसम के कारण जम्मू–श्रीनगर राजमार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है, जिससे आपूर्ति शृंखला और रेस्क्यू लॉजिस्टिक्स पर असर पड़ा है।
सरकार ने मृतकों के प्रति शोक जताते हुए सभी एजेंसियों को समन्वित रूप से काम करने के निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि मानसूनी चरम घटनाएँ हिमालयी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ाती हैं; ऐसे में ढलानों का वैज्ञानिकीकरण, समयबद्ध रॉक-फॉल नेटिंग और रियल-टाइम अलर्ट प्रणाली भविष्य में जान-माल के नुकसान को कम कर सकती है। तीर्थयात्रा फिर शुरू करने का निर्णय मौसम स्थिर होने और मार्ग की सुरक्षा जाँच के बाद ही लिया जाएगा।