वारिस होते हुए भी मृतक दिखाकर हड़पी जमीन, पीड़ित माँ-बेटी ने लगाई न्याय की गुहार

ब्रजेश पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931

पीड़िता ने कहा—हमें जिंदा रहते ही मृत घोषित कर दिया, पीड़िता की मुख्यमंत्री से इंसाफ की गुहार

भरथना। भरथना थाना क्षेत्र के ग्राम कटहरा लालपुरा में परिवार रजिस्टर में हेराफेरी कर एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के हक की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला व उसकी पुत्री ने मामले की शिकायत पुलिस, राजस्व विभाग, जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।

पीड़िता मुन्नी देवी पत्नी स्व. नागड़नाथ व उनकी पुत्री शीला देवी ने आरोप लगाया कि गाँव के ही एक नामजद व्यक्ति ने ग्राम सचिव से मिलीभगत कर परिवार रजिस्टर में हेराफेरी कर दी। वर्ष 1994 में ही नागड़नाथ को मृत दर्शाते हुए उनकी जमीन पर जबरन कब्जे की साजिश रची गई, जबकि उनकी मृत्यु वर्ष 2005 में हुई थी।

माँ-बेटी का आरोप है कि नामजद ने पीड़िता को और उनकी नाबालिग पुत्री को वारिस न दिखाते हुए स्वयं को मृतक का भाई दर्शाकर राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करा लिया, जबकि मृतक का कोई भाई है ही नहीं। इससे पीड़ित परिवार की पुश्तैनी कृषि भूमि पर खतरा उत्पन्न हो गया है।

शीला देवी का कहना है कि उनके पिता नागड़नाथ की मृत्यु के समय वह नाबालिग थीं और उनकी मां मुन्नी देवी जीवित थीं, बावजूद इसके दोनों को परिवार रजिस्टर से गायब कर दिया गया। मामले की शिकायत अप्रैल माह में सहायक विकास अधिकारी पंचायत से भी की गई, लेकिन वहां से भी कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं हुई।

पीड़िता का आरोप है कि राजस्व कर्मियों ने नामजद से मिलीभगत कर गलत रिपोर्ट लगाई है और मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि कुटुंब परिवार रजिस्टर को तत्काल प्रभाव से जब्त किया जाए और किसी निष्पक्ष अधिकारी से इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।

पीड़िता ने मुख्यमंत्री समेत जिले के उच्चाधिकारियों से पुनः न्याय की गुहार लगाई है। माँ-बेटी का कहना है कि वर्षों से वे अपने अधिकारों के लिए दर-दर भटक रही हैं, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं। मामले को लेकर गाँव में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।

फोटो – पीड़ित माँ बेटी

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