साइबर क्राइम टीम की तत्परता से रिटायर्ड CISF कर्मी को वापस मिले 12.57 लाख रुपये
ब्रजेश पपोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931
मोबाइल नंबर के पुनः आवंटन से जुड़ी तकनीकी चूक बनी साइबर फ्रॉड का कारण
इटावा: साइबर क्राइम थाना इटावा पुलिस टीम ने बेहतरीन तत्परता दिखाते हुए एक बड़ी साइबर धोखाधड़ी को सुलझाते हुए रिटायर्ड CISF कर्मी के खाते से निकाले गए ₹12,57,499 की पूरी राशि वापस कराई है। पीड़ित सत्यप्रकाश झां, निवासी यशोदा नगर पचावली रोड थाना फ्रेंड्स कॉलोनी जनपद इटावा, के बैंक खाते से यह राशि धोखे से ट्रांसफर हो गई थी।सत्यप्रकाश झां ने मामले की सूचना साइबर क्राइम थाना इटावा में दी थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देश, अपर पुलिस अधीक्षक (अपराध/साइबर) सुबोध गौतम एवं क्षेत्राधिकारी नगर/साइबर रामगोपाल शर्मा के मार्गदर्शन में साइबर टीम ने त्वरित जांच करते हुए गहन तकनीकी पड़ताल की।
जांच में पता चला कि वर्ष 2011 में सत्यप्रकाश झां द्वारा SBI बैंक में खाता खोलते समय एक मोबाइल नंबर लिंक कराया गया था, जिसे बाद में उन्होंने बंद कर दिया। वर्ष 2017 में यही नंबर थाना हीमपुर दीपा, जनपद बिजनौर निवासी विपिन कुमार को आवंटित हुआ। विपिन ने अपनी पत्नी के नाम SBI जलीलपुर शाखा बिजनौर में खाता खुलवाकर उसी नंबर को लिंक कराया।
वर्ष 2024 में जब विपिन कुमार ने अपनी पत्नी के खाते में UPI ID एक्टिव की, तो तकनीकी गड़बड़ी के चलते सत्यप्रकाश झां का खाता भी उसी UPI ID से लिंक हो गया। इसी माध्यम से सत्यप्रकाश के खाते से ₹12.57 लाख की रकम ट्रांसफर हो गई। साइबर थाना इटावा की त्वरित कार्रवाई व तकनीकी विशेषज्ञता के चलते यह पूरी रकम वापसी संभव हो सकी। पीड़ित ने पूरी टीम का आभार जताते हुए पुलिस विभाग की सराहना की।
जनहित में संदेश
पुलिस विभाग आमजन से अपील करता है कि मोबाइल नंबर बदलने के बाद अपने बैंक खातों व डिजिटल भुगतान सेवाओं में मोबाइल नंबर अवश्य अपडेट कराएं। किसी भी साइबर अपराध की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।