ब्रजेश पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931
भरथना। स्मार्ट मीटर लगाने, दक्षिणांचल विद्युत परिषद के निजीकरण, विद्युत दरों में प्रस्तावित 45% वृद्धि तथा प्राथमिक विद्यालयों के समायोजन के खिलाफ मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा भरथना ने सामूहिक उपवास रखकर विरोध जताया।
धरना स्थल पर जुटे किसानों और जनसामान्य को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार “समायोजन” के नाम पर शिक्षा का अधिकार छीनने पर आमादा है, वहीं दूसरी ओर 27 हजार से अधिक प्राथमिक और जूनियर स्कूलों को बंद करने की साजिश चल रही है।
किसान नेताओं ने कस्बे में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों का विरोध करते हुए कहा कि जब पुराने मीटर सही चल रहे हैं तो नए मीटर लगाने की कोई जरूरत नहीं। यह अडानी जैसे पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने और बिजली के निजीकरण की दिशा में गरीबों पर बोझ लादने का प्रयास है।
उन्होंने बिजली दरों में प्रस्तावित 45% वृद्धि को पूरी तरह जनविरोधी बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की।धरना प्रदर्शन के अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित मांगपत्र तहसीलदार को सौंपा गया।
धरने को किसान नेता अनिल दीक्षित, जयवीर सिंह यादव, मधुर यादव, पूर्व चेयरमैन हाकिम सिंह, पूर्व सभासद महेश सिंह, जयगोविंद उर्फ बंटी, आपेन्द्र कुमार प्रधान, इतवारी लाल, पूर्व लेखपाल ओमप्रकाश, दुर्गविजय सिंह, बृजेश कुमार, रामप्रकाश आदि ने संबोधित किया।